
सावित्री जी की बात सुन कर चाहत बिलकुल शांत हो गई। और उन्हें देखने लगी तो सावित्री जी ने उसका हाथ पकड़ लिया और उसके हाथों को प्यार से सहलाते हुए बोली"बेटा तुम हमें अपना दर्द बता सकती हो।"
चाहत के आंखों में आंसु आ जाते हैं और वो रोते हुए बोली"उन्होंने मुझे मारा और मेरा baby मुझे छोड़ के चला गया।" कहते हुए रोने लगती हैं। वो बिल्कुल बच्चों की तरह रो रही थी।

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